skip to main
|
skip to sidebar
Home
प्रेम रस
छोटी बात
संदेश
तिरछी नज़र (Photo Blog)
My Facebook
Follow me
Subscribe RSS
मीडिया में...
व्यंग्य
हास्य
समाज
ग़ज़ल
ब्लॉग-राग
मीडिया
तकनीक
धर्म
लघु कथा
दैनिक जागरण में "भ्रष्टाचार की जड़"
दैनिक जागरण के नियमित स्तम्भ "फिर से" में
"भ्रष्टाचार की जड़"
22 मई 2010
(पढने के लिए लेख की कतरन पर चटका लगाएं)
मेरे ब्लॉग "प्रेम रस" पर मूल लेख को पढने एवं टिपण्णी देने के लिए यहाँ चटका लगाएँ
Read More...
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में "भ्रष्टाचार की जड़"
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट के नियमित स्तम्भ "ब्लॉग रॉग" में
"भ्रष्टाचार की जड़"
22 मई 2010
मेरे ब्लॉग "प्रेम रस" पर मूल लेख को पढने एवं टिपण्णी देने के लिए यहाँ चटका लगाएँ
Read More...
जनसत्ता में "विश्वास की कसौटी"
जनसत्ता के नियमित स्तम्भ "समांतर" में
"विश्वास की कसौटी"
20 मई 2010
मेरे ब्लॉग "प्रेम रस" पर इस लेख को पढने एवं टिपण्णी देने के लिए यहाँ चटका लगाएँ
मूल लेख "धार्मिक नियमों पर आँख मूंद कर विश्वास करना मानसिक गुलामी है?" को पढने के लिए यहाँ चटका लगाएँ
Read More...
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
My Blog List
प्रेमरस
ग़ज़ल: प्यार की है फिर ज़रूरत दरमियाँ
-
प्यार की है फिर ज़रूरत दरमियाँ हर तरफ हैं नफरतों की आँधियाँ नफरतों में बांटकर हमको यहाँ ख़ुद वो पाते जा रहे हैं कुर्सियाँ खुलके वो तो जी रहे हैं ज़िन्दग...
छोटी बात
-
About Me
View my complete profile
Blog Archive
►
2013
(2)
►
May
(1)
►
March
(1)
►
2012
(2)
►
January
(2)
►
2011
(5)
►
May
(1)
►
April
(1)
►
February
(3)
▼
2010
(22)
►
November
(3)
►
October
(1)
►
September
(2)
►
August
(1)
►
July
(5)
►
June
(6)
▼
May
(3)
दैनिक जागरण में "भ्रष्टाचार की जड़"
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में "भ्रष्टाचार की जड़"
जनसत्ता में "विश्वास की कसौटी"
►
April
(1)
आपकी पसंद
दैनिक लोकसत्य में "अब पापा कौन बनेगा"
दैनिक समाचार पत्र " लोकसत्य " के कॉलम 'जीवन दर्शन' में मेरा लेख: अब पापा कौन बनेगा 22 मार्च 2011 (पढने के लिए ले...
जनसत्ता में "बदलाव का सिरा"
पिछले तीन-चार महीनों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में जिस गति से बढ़ोतरी दर्ज की गई है, उससे हैरानी होती है कि यह इसके बावजूद हो रहा ह...
हरिभूमि में "क्या हैं अरब देशों की क्रांति के मायने"
दैनिक समाचार पत्र "हरिभूमि" में मेरा लेख: क्या हैं अरब देशों की क्रांति के मायने 24 फ़रवरी 2011 (पढने के लिए लेख की क...
दैनिक जागरण में "हिंदी से हिकारत क्यों?"
समाचार पत्र "दैनिक जागरण" के सम्पादकीय पृष्ठ पर प्रकाशित मेरा लेख. हिंदी से हिकारत क्यों? 24 फरवरी 2011 (पढने के लि...
हरिभूमि में "गैर ज़िम्मेदार मीडिया"
दैनिक समाचार पत्र "हरिभूमि" के कॉलम 'ब्लॉग की दुनिया' में मेरा लेख: गैर ज़िम्मेदार मीडिया 12 अप्रैल 2011 (पढने के ...
हरिभूमि में व्यंग्य: अहोभाग्य! बिजली गुल!
दैनिक समाचार पत्र "हरिभूमि" के आज के संस्करण में मेरा व्यंग्य: अहोभाग्य! बिजली गुल! 20 सितम्बर 2010 (पढने के लिए व्यंग्य क...
हरिभूमि में व्यंग्य: निगम की तर्ज़ पर सफाई
दैनिक समाचार पत्र "हरिभूमि" के आज के संस्करण में मेरा व्यंग्य: निगम की तर्ज़ पर सफाई 20 सितम्बर 2010 (पढने के लिए व्यंग्य क...
दैनिक जागरण में "समाप्त होती संवेदनाएं"
दैनिक जागरण के नियमित स्तम्भ "फिर से" में "समाप्त होती संवेदनाएं" 13 अप्रैल 2010 (पढने के लिए लेख की कतरन पर चटका ल...
जनसत्ता" में "आतंक का मज़हब"
दैनिक समाचार पत्र "जनसत्ता" में: आतंक का मज़हब 1 मार्च 2013 मेरे ब्लॉग "प्रेम रस" पर इस लेख को पढने के लि...
जनसत्ता में "विश्वास की कसौटी"
जनसत्ता के नियमित स्तम्भ "समांतर" में "विश्वास की कसौटी" 20 मई 2010 मेरे ब्लॉग "प्रेम रस" पर इस ल...
प्रेमरस के पाठक
Copyright (c) 2010.
मीडिया में...
All Rights Reserved.
Post RSS
|
Comments RSS